Tuesday, September 8, 2015

STET PASS " COMPUTER SCIENCE " CANDIDATES

Amit Raj

Every one knows the truth that if niyojan was done centrally, every one will secure one job. But it is also true that govt. is not going to organize such central niyojan program.
Now we have full of time to take decision for this purpose. If every one will help each other then it is very easy to get secure our position. If we will make a good plan that who will go where then i guess every one will achieve the goal. So Plz. shake your hand with this group and win the race.
Every one has the problem to take decision that which niyojan ekai, i should go that my score will be higher. But it is quiet easily possible if we wish.
Candidates having higher score has to play a great role in this work. Because they will definitely achieve their goal at any place, but candidate having lower marks has to return bare hand in this situation.
I will give thanks to all the candidates with higher score because they only can help the lower scored candidate to achieve one goal.
I wish all of you to be in faith of god for great future and shake your hand with us to achieve the goal.
Plz. send your data in following form and do a comment as 'DONE'
StetRollNumber,
Category, 
FinalScore, 
Priority-1, Priority-2, Priority-3,

लखीसराय : संगीत , नृत्य एवं ललित कला


Sunday, September 6, 2015

सीधे कैंप से मिलेगा नियुक्ति पत्र



सीट से 10 गुणा अभ्यर्थियों को कैंप में बुलाया जाएगा | ऐसे अभ्यर्थी जिनका नाम सीट के अंदर होगा उनको निश्चित रूप से नौकरी मिल जायेगी | जिनका नाम सीट से बाहर होगा , उनकी नौकरी इस बात पर निर्भर करेगी की कैंप में मेघा सूची में उनसे ऊपर कितने कैंडिडेट नहीं आये हैं | ऐसे में कैंडिडेट को इसलिए नौकरी नहीं मिलेगी की उनसे ज्यादा अंक लाने वाले सीट के बराबर कैंडिडेट कैंप में आ गए हैं और दूसरी जगह कैंप में मौजूद न होने की वजह से उनका नाम मेघा सूची से हटा दिया जाएगा | इस प्रक्रिया में नियोजन इकाई को शिक्षक मिल जाएंगे लेकिन कैंडिडेट्स कैंप में शामिल होने को लेकर भारी दुविधा में रहेंगे |

जब तक नियोजन की प्रक्रिया को केंद्रीकृत नहीं किया जाएगा , कैंडिडेट्स के बीच अफरा-तफरी का माहोल रहेगा | 

अगर नियोजन की प्रक्रिया को केंद्रीकृत नहीं कर सकते हैं तो सभी नियोजन इकाई और कट ऑफ के साथ  अभ्यर्थियों को एक ही शहर "पटना" बुलाइयेजैसे-जैसे मेघा सूची में ज्यादा अंक लाने वालों का नियोजन होता जाएगा , कट ऑफ को कम कर अभ्यर्थियों को पटना आने को कहा जाएगा | ऐसे में सभी अभ्यर्थी को मेघा क्रम के मुताबिक़ उनकी मनपसंद जगह पर नौकरी मिलती जायेगी | अभ्यर्थियों को बिहार के 38 ज़िलों का चक्कर नहीं लगाना होगा और उनकी नौकरी पक्की हो जायेगी ।