विशेष ध्यान दे === जिला परिषद् कैमूर (भभूआ) में चयन होने पर सभी मूल प्रमाण पत्र जमा कर लेगा। यह पहला नियोजन ईकाई है ,जो ख़ुद अपना नियम बनाती है। ऐसा करने का सरकारी आदेश नहीं आया है। लगता है ,नियोजन ईकाई सरकार से बड़ी है। ठीक है ,अगर मूल प्रमाण पत्र जमा करना है तो सभी नियोजन इकाई को ऐसा करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो यह छात्रों पर अन्याय होगा।
ऐसी अपुष्ट ख़बर है कि कैमूर में रूपये लेकर सेटिंग हो रहा है। प्रमाण पत्र जमा करवाना तो एक बहाना है। जय हो नीतिश सरकार। 8 साल में शिक्षा और शिक्षक का भला नहीं हुआ बल्कि इनको भाला मार दिआ गया।
विशेष ध्यान दे === जिला परिषद् कैमूर (भभूआ) में चयन होने पर सभी मूल प्रमाण पत्र जमा कर लेगा। यह पहला नियोजन ईकाई है ,जो ख़ुद अपना नियम बनाती है। ऐसा करने का सरकारी आदेश नहीं आया है। लगता है ,नियोजन ईकाई सरकार से बड़ी है। ठीक है ,अगर मूल प्रमाण पत्र जमा करना है तो सभी नियोजन इकाई को ऐसा करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो यह छात्रों पर अन्याय होगा।
ReplyDeleteऐसी अपुष्ट ख़बर है कि कैमूर में रूपये लेकर सेटिंग हो रहा है। प्रमाण पत्र जमा करवाना तो एक बहाना है। जय हो नीतिश सरकार। 8 साल में शिक्षा और शिक्षक का भला नहीं हुआ बल्कि इनको भाला मार दिआ गया।
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