क्या राष्ट्रीय स्वयं -सेवक संघ एक सांप्रदायिक संगठन है ?
आज भाजपा की मेरठ रैली में मोदी ने नार्थ-ईस्ट के लोगों के लिए राष्ट्रीय स्व्यं - सेवक संघ द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर, मेरठ का जिक्र किया जिसमें उत्तर-पूर्व के छात्रों का निःशुल्क पालन -पोषण भी किया जाता है और शिक्षा भी दी जाती है l ये सर्वविदित है कि उत्तर-पूर्व कि बहुसंख्य आबादी ईसाई धर्म की अनुयायी है , बाबजूद इसके राष्ट्रीय स्व्यं - सेवक संघ इन को निःशुल्क शिक्षा दे रहा है। अजीब विडम्बना है कि शुरुआत में कॉंग्रेस के द्वारा प्रसारित और बाद में कुत्सित राजनीति के तथाकथित धर्मनिरपेक्ष मसीहाओं द्वारा प्रचारित इस मिथ्या को कि राष्ट्रीय स्व्यं - सेवक संघ एक सांप्रदायिक संगठन है दशकों से इस देश के सामने वोट बैंक की राजनीति के तहत दिखाने की अनवरत कोशिश जारी है l
बस एक ही उदाहरण काफी है इस मिथ्या -प्रचार की सच्चाई को उजागर करने के लिए " १२ नवंबर , १९९६ में चरखी दादरी में जब सऊदी एयरलाइन्स का विमान (एस.वी.ए ७६३ ), जो नई दिल्ली से धहरान (सऊदी अरबिया ) की उड़ान पर था (इसमें ३४९ लोगों की मौत हुई थी ) , दुर्घटनाग्रस्त हुआ था तो मौके पर सबसे पहले पहुँच कर राहत कार्यों में जुटने वाले राष्ट्रीय स्वयं -सेवक संघ के कार्यकर्ता ही थे , बावजूद इसके की इस फ्लाइट के अधिकाँश यात्री मुसलमान थे l
क्या राष्ट्रीय स्वयं -सेवक संघ एक सांप्रदायिक संगठन है ?
ReplyDeleteआज भाजपा की मेरठ रैली में मोदी ने नार्थ-ईस्ट के लोगों के लिए राष्ट्रीय स्व्यं - सेवक संघ द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर, मेरठ का जिक्र किया जिसमें उत्तर-पूर्व के छात्रों का निःशुल्क पालन -पोषण भी किया जाता है और शिक्षा भी दी जाती है l ये सर्वविदित है कि उत्तर-पूर्व कि बहुसंख्य आबादी ईसाई धर्म की अनुयायी है , बाबजूद इसके राष्ट्रीय स्व्यं - सेवक संघ इन को निःशुल्क शिक्षा दे रहा है। अजीब विडम्बना है कि शुरुआत में कॉंग्रेस के द्वारा प्रसारित और बाद में कुत्सित राजनीति के तथाकथित धर्मनिरपेक्ष मसीहाओं द्वारा प्रचारित इस मिथ्या को कि राष्ट्रीय स्व्यं - सेवक संघ एक सांप्रदायिक संगठन है दशकों से इस देश के सामने वोट बैंक की राजनीति के तहत दिखाने की अनवरत कोशिश जारी है l
बस एक ही उदाहरण काफी है इस मिथ्या -प्रचार की सच्चाई को उजागर करने के लिए " १२ नवंबर , १९९६ में चरखी दादरी में जब सऊदी एयरलाइन्स का विमान (एस.वी.ए ७६३ ), जो नई दिल्ली से धहरान (सऊदी अरबिया ) की उड़ान पर था (इसमें ३४९ लोगों की मौत हुई थी ) , दुर्घटनाग्रस्त हुआ था तो मौके पर सबसे पहले पहुँच कर राहत कार्यों में जुटने वाले राष्ट्रीय स्वयं -सेवक संघ के कार्यकर्ता ही थे , बावजूद इसके की इस फ्लाइट के अधिकाँश यात्री मुसलमान थे l