Saturday, February 1, 2014

" MADHEPURA " : BLOCK /ZILA PARISHAD/NAGAR PARISHAD


" MADHEPURA " : BLOCK /ZILA PARISHAD/NAGAR PARISHAD


Link : http://madhepura.bih.nic.in/TET2014/TET2014.HTM




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  1. चेक बाउंस का मतलब डबल जुर्माना और हो सकती है जेल

    कोई भी चेक इश्यू करने से पहले ध्यान रखें कि अगर किसी का चेक बाउंस होता है तो बैंक डबल जुर्माना लगाती है। एक तो जहां से चेक इश्यू हुआ होता है और दूसरा वहां जहां पर यह चेक जमा किया जाता है। इतना ही नहीं, चेक बाउंस होना एक अपराध है जिसके लिए जेल भी हो सकती है।

    जब भी आप अपने किसी दोस्त को कोई चेक इश्यू करते हैं तो दो चीजें बहुत ही ध्यान रखने की होती हैं। आपके दोस्त पर जुर्माना लगेगा जहां पर वह इस चेक को जमा करेगा। यदि आपका चेक किसी लोन के भुगतान का है और बाउंस हो जाता है तो चेक बाउंस होने का जुर्माना तो आपको देना ही होगा साथ ही भुगतान में देरी के लिए भी अतिरिक्त राशि देनी होगी।

    जुर्माना देना पड़ता है चेक बाउंस होने पर-

    अगर सीधे इससे बचने की बात कहें तो अपने अकाउंट में पर्याप्त राशि रखें और अपने चेक को बाउंस न होने दें। सामान्यतया लोन के भुगतान का समय आपके अकाउंट में सैलरी आने के बाद से शुरू होता है। कभी-कभी आपकी सैलरी आने में देरी हो जाती है और आप यह नोटिस नहीं करते हैं कि आपके अकाउंट में पर्याप्त राशि नहीं है।

    इसका परिणाम यह होता है कि आपका लोन के भुगतान का चेक बाउंस हो जाता है। यह और भी गंभीर हो जाता है जब आपने कई सारे लोन लिए होते हैं और उस सभी का भुगतान करना होता है।

    मान लेते हैं कि आपका अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है और आप 50,000 रुपए का एक चेक इश्यू करते हैं तो अकाउंट में पैसे कम होने के कारण आपका चेक बाउंस हो जाएगा और आपको 102 रुपए का जुर्माना देना होगा।

    यदि चेक की राशि 1 लाख है तो फिर जुर्माने की रकम बढ़कर 204 हो जाएगी। यदि आपका चेक किसी और कारण से बाउंस होता है जैसे- सिग्नेचर का ठीक ना होना, चेक पर ओवर राइटिंग होना, तो आपको 76 रुपए का जुर्माना देना होगा। अगर आपका दोस्त इस चेक को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ही जमा करता है और चेक बाउंस हो जाता है तो उसे भी इतना ही जुर्माना देना होगा।

    अगर आपका अकाउंट ICICI बैंक में है तो जुर्माने की रकम पहले महीने के लिए 350 होगी और उसके बाद से 750 रुपए होगी। अगर चेक किसी टेक्निकल कारण जैसे सिग्नेचर और ओवराइटिंग की वजह से बाउंस होता है तो आपको 50 रुपए जुर्माने के तौर पर देने होंगे।

    अगर आपका दोस्त इस चेक को ICICI बैंक की स्थानीय ब्रांच में ही जमा करता है तो उसे 100 रुपए जुर्माना देना होगा।

    अगर आपका दोस्त इस चेक को ICICI बैंक की किसी बाहर की ब्रांच में जमा करता है तो इसके जुर्माने की रकम 150 होगी। बैंक इसके अलावा चेक की वापसी का खर्चा, सर्विस चार्ज आदि की रकम भी आपसे ही लेगा। यदि आपका चेक लोन के भुगतान का है तो फिर आपको 2 प्रतिशत लेट फीस कैश में ICICI बैंक में जमा करनी होगी। SBI बैंक के मामले में भी 2 प्रतिशत की लेट फीस बैंक में कैश में जमा करनी पड़ती है।



    अपराध और सजा

    यदि कोई चेक पर्याप्त राशि ना होने की वजह से बाउंस हो जाता है तो यह एक अपराध है। जिस व्यक्ति को आपने चेक इश्यू किया है वह आपके खिलाफ नेगोशिएसन इंस्ट्रुमेंट्स एक्ट के सेक्शन 138 के तहत मुकदमा दर्ज करा सकता है। यदि चेक बैंक के फेवर में इश्यू किया गया है तो बैंक केस दर्ज करा सकती है। इस अपराध के लिए जेल हो सकती है और जुर्माने के तौर पर चेक की पूरी राशि ली जा सकती है।


    http://narendramodibjppm.blogspot.in/2014/02/blog-post_6368.html

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