कजरीवाल जी एक झूठ को छुपाने के लिये कितने झूठ बोलता है इसकी एक झलक देखिये...
लगभग १ सप्ताह पूर्व कोर्ट में आम आदमी पार्टी के मंत्री सोमनाथ भारती पर भ्रष्ठाचार के आरोप साबित हुये जिसके बाद जैसे ही केजरीवाल पर दवाब बना कि वो अपने मंत्री को हटाये पर उसने कोर्ट को ही झूठा ठहरा दिया ,उसके बाद जब भाजपा ने इस मामले को मीडिया में उठाया तो उसको दबाने के लिये सोमनाथ भारती ने दिल्ली में एक फर्जी ड्रामा रचा कि यहाँ एक जगह युगांडा की महिलाओं द्वारा सेक्स और ड्रग रेकेट चलाया जा रहा है ,इसके बाद सोमनाथ भारती मीडिया को लेकर खुद ही वहां छांपा मारने पहुँच गये जबकि दिल्ली पुलिस उन्हें समझती रही कि ऐसा कुछ भी नहीं है आप लोग वेवजह इन विदेशियों को परेशान ना करें ....
उनके समझाने के बाद भी मंत्री जी ने उन युगांडाओं की महिलाओं से अभद्रता की और उनको सार्वजनिक रूप से अपना यूरिन का सैम्पिल देने को मजबूर किया ,जब मामले ने तूल पकड़ा और ये पता चला कि ना तो वहां कोई ड्रग रेकेट था और ना ही वेश्यावृति ही चलती थी फिर भी विदेशी महिलाओं को इन लोगों ने अपनी गन्दी राजनीति में घसीट लिया तो केजरीवाल पर फिर एक बार सोमनाथ भारती को बर्खास्त करने का दवाब बढ़ने लगा ,इसके बाद भी केजरीवाल सोमनाथ भारती का बचाव करते हुये ४ पुलिस वालों की बर्खास्तगी की मांग करते हुये धरने पर बैठे गए...
इसे कहते हैं चोरी और सीना जोरी ,इन सब के बीच कांग्रेस को ये लाभ हुआ कि मीडिया में सुनंदा पुष्कर का मामला दबा दिया गया और बिन्नी द्वारा कांग्रेस और केजरीवाल की मिलीभगत के भंडाफोड़ पर से भी जनता का ध्यान हटाने में आसानी हुयी...
कुल मिलाकर ये हाई प्रोफाइल ड्रामा कांग्रेस और केजरीवाल के बीच की सांठ गाँठ का ही नतीजा था .... जो 'आम आदमी' के दो दर्जन लोगों की पुलिस द्वारा हड्डी तुडवाने के बाद ख़त्म हुआ
कजरीवाल जी एक झूठ को छुपाने के लिये कितने
ReplyDeleteझूठ बोलता है इसकी एक झलक देखिये...
लगभग १ सप्ताह पूर्व कोर्ट में आम आदमी पार्टी के
मंत्री सोमनाथ भारती पर भ्रष्ठाचार के आरोप साबित
हुये जिसके बाद जैसे ही केजरीवाल पर दवाब बना
कि वो अपने मंत्री को हटाये पर उसने कोर्ट को ही
झूठा ठहरा दिया ,उसके बाद जब भाजपा ने इस
मामले को मीडिया में उठाया तो उसको दबाने के
लिये सोमनाथ भारती ने दिल्ली में एक फर्जी ड्रामा
रचा कि यहाँ एक जगह युगांडा की महिलाओं द्वारा
सेक्स और ड्रग रेकेट चलाया जा रहा है ,इसके बाद
सोमनाथ भारती मीडिया को लेकर खुद ही वहां छांपा
मारने पहुँच गये जबकि दिल्ली पुलिस उन्हें समझती
रही कि ऐसा कुछ भी नहीं है आप लोग वेवजह इन
विदेशियों को परेशान ना करें ....
उनके समझाने के बाद भी मंत्री जी ने उन युगांडाओं
की महिलाओं से अभद्रता की और उनको सार्वजनिक
रूप से अपना यूरिन का सैम्पिल देने को मजबूर
किया ,जब मामले ने तूल पकड़ा और ये पता चला
कि ना तो वहां कोई ड्रग रेकेट था और ना ही वेश्यावृति
ही चलती थी फिर भी विदेशी महिलाओं को इन लोगों
ने अपनी गन्दी राजनीति में घसीट लिया तो केजरीवाल
पर फिर एक बार सोमनाथ भारती को बर्खास्त करने
का दवाब बढ़ने लगा ,इसके बाद भी केजरीवाल
सोमनाथ भारती का बचाव करते हुये ४ पुलिस
वालों की बर्खास्तगी की मांग करते हुये धरने पर
बैठे गए...
इसे कहते हैं चोरी और सीना जोरी ,इन सब के बीच
कांग्रेस को ये लाभ हुआ कि मीडिया में सुनंदा पुष्कर
का मामला दबा दिया गया और बिन्नी द्वारा कांग्रेस
और केजरीवाल की मिलीभगत के भंडाफोड़ पर से भी
जनता का ध्यान हटाने में आसानी हुयी...
कुल मिलाकर ये हाई प्रोफाइल ड्रामा कांग्रेस और
केजरीवाल के बीच की सांठ गाँठ का ही नतीजा था ....
जो 'आम आदमी' के दो दर्जन लोगों की पुलिस द्वारा
हड्डी तुडवाने के बाद ख़त्म हुआ