ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोये ! सोनिया जब भाषण दे, सारी जनता सोये !! पंछी करे न चाकरी, अजगर करे न काम ! बुश ने खोदा गड्ढा, निकल पड़ा सद्दाम !! साईं इतना दीजे, जामे कुटुंब समाये ! मैं भी भूखा न रहू, पुलिस न भूखी जाए !! गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागो पाँय ! आडवाणी जे नाराज हुए, राजनाथ लियो मनाय !! जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान ! नाच नचावे मन्नू को, सोनिया रानी महान !! पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय ! कजरी बाबू को छोड़, सारा जग बेईमान होए !! निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय ! बच्चा राहुल बाबा को, सिर्फ पोगो कार्टून भाय !! माया मुई न मन मुआ, मरी मरी गया सरीर ! मोदी-राज आयेगा, काहे होत अधीर !! तन को जोगी सब करें, मन को बिरला कोई ! आरक्षण के इस सांप को, मार सका ना कोई !! पानी केरा बुदबुदा, अस मानुस की जात ! कौन जाने मुलायम मियां, कब पलट दे बात !! हिन्दू कहें राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना ! दंगे होए मरै सभी, भरै नेता खजाना !! कबीरा खड़ा बाज़ार में, मांगे सबकी खैर ! मोटूराम गडकरी, रोज करेंगे सैर !! बडा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर ! हिमेश रेशमिया गाये, तेरा तेरा तेरा सुरूर !! जग में बैरी कोई नहीं, जो मन शीतल होय ! मोदी बने कम्युनल, नितीश सेकुलर होए !! जहाँ दया तहाँ धर्म हैं, जहाँ लोभ तहाँ पाप ! जहाँ माफ़ी वहाँ काटजू हैं, जहाँ अनशन वहाँ आप !!
और अंत में
काल करै सो आज कर, आज करै सो अब..! अपनै दोस्त के दोहे हैं, forward करेगा कब !
** कबीर के लेटेस्ट दोहे **
ReplyDeleteऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोये !
सोनिया जब भाषण दे, सारी जनता सोये !!
पंछी करे न चाकरी, अजगर करे न काम !
बुश ने खोदा गड्ढा, निकल पड़ा सद्दाम !!
साईं इतना दीजे, जामे कुटुंब समाये !
मैं भी भूखा न रहू, पुलिस न भूखी जाए !!
गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागो पाँय !
आडवाणी जे नाराज हुए, राजनाथ लियो मनाय !!
जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान !
नाच नचावे मन्नू को, सोनिया रानी महान !!
पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय !
कजरी बाबू को छोड़, सारा जग बेईमान होए !!
निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय !
बच्चा राहुल बाबा को, सिर्फ पोगो कार्टून भाय !!
माया मुई न मन मुआ, मरी मरी गया सरीर !
मोदी-राज आयेगा, काहे होत अधीर !!
तन को जोगी सब करें, मन को बिरला कोई !
आरक्षण के इस सांप को, मार सका ना कोई !!
पानी केरा बुदबुदा, अस मानुस की जात !
कौन जाने मुलायम मियां, कब पलट दे बात !!
हिन्दू कहें राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना !
दंगे होए मरै सभी, भरै नेता खजाना !!
कबीरा खड़ा बाज़ार में, मांगे सबकी खैर !
मोटूराम गडकरी, रोज करेंगे सैर !!
बडा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर !
हिमेश रेशमिया गाये, तेरा तेरा तेरा सुरूर !!
जग में बैरी कोई नहीं, जो मन शीतल होय !
मोदी बने कम्युनल, नितीश सेकुलर होए !!
जहाँ दया तहाँ धर्म हैं, जहाँ लोभ तहाँ पाप !
जहाँ माफ़ी वहाँ काटजू हैं, जहाँ अनशन वहाँ आप !!
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काल करै सो आज कर, आज करै सो अब..!
अपनै दोस्त के दोहे हैं, forward करेगा कब !