राहुल ने चुराया मोदी का नारा! विवादों में घिरा कांग्रेस का 'मैं नहीं, हम' अभियान
तीन साल पहले भाजपा ने जिस नारे (मैं नहीं, हम) को दिया था, उसी नारे से कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। कांग्रेस ने एक नया विज्ञापन जारी किया है, जिसमें राहुल गांधीसबसे आगे हैं और उनके पास कुछ लोगों को खड़ा दिखाया गया है। इस विज्ञापन में सबसे ऊपर लिखा है, 'मैं नहीं, हम'। इस विज्ञापन को शुक्रवार को सभी अखबारों में प्रकाशित किया गया है। एक ही नारे वाले भाजपा औरकांग्रेस की ये दोनों तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से फैल गई हैं। वहीं इस नारे पर कांग्रेस कुछ भी कहने से बच रही है। कांग्रेस में ऐसी चीजें तब सामने आ रही हैं, जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में लोगों के मुद्दे शामिल करने के लिए बैठक के तौर पर उनसे सीधे मुलाकात कर रहे हैं।
तीन साल पहले मोदी ने दिया था यह नारा
कांग्रेस ने जिस नारे से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की है, उसे फरवरी 2011 में गुजरात के मेहसाणा में आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने दिया था। मौका था भाजपा के सातवें चिंतन शिविर का। इस समय तक मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया था।
कांग्रेस पहले भी कर चुकी है ऐसा कारनामा
यह पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस के विज्ञापनों में इस तरह के आरोप लग रहे हों। पिछले साल भी कांग्रेस का एक ऐसा ही विज्ञापन सामने आया था। उस समय कांग्रेस ने अपने विज्ञापन में एक तस्वीर के जरिए गुजरात में कुपोषण को दिखाया था, जबकि वह तस्वीर श्रीलंका की थी।
राहुल ने चुराया मोदी का नारा! विवादों में घिरा कांग्रेस का
ReplyDelete'मैं नहीं, हम' अभियान
तीन साल पहले भाजपा ने जिस नारे (मैं नहीं, हम) को
दिया था, उसी नारे से कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने चुनावी
अभियान की शुरुआत की। कांग्रेस ने एक नया विज्ञापन
जारी किया है, जिसमें राहुल गांधीसबसे आगे हैं और
उनके पास कुछ लोगों को खड़ा दिखाया गया है। इस
विज्ञापन में सबसे ऊपर लिखा है, 'मैं नहीं, हम'। इस
विज्ञापन को शुक्रवार को सभी अखबारों में प्रकाशित
किया गया है। एक ही नारे वाले भाजपा औरकांग्रेस
की ये दोनों तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से फैल गई हैं।
वहीं इस नारे पर कांग्रेस कुछ भी कहने से बच रही है।
कांग्रेस में ऐसी चीजें तब सामने आ रही हैं, जब कांग्रेस
उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में
लोगों के मुद्दे शामिल करने के लिए बैठक के तौर पर
उनसे सीधे मुलाकात कर रहे हैं।
तीन साल पहले मोदी ने दिया था यह नारा
कांग्रेस ने जिस नारे से अपने चुनावी अभियान की
शुरुआत की है, उसे फरवरी 2011 में गुजरात के
मेहसाणा में आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने
दिया था। मौका था भाजपा के सातवें चिंतन शिविर
का। इस समय तक मोदी को प्रधानमंत्री पद का
उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया था।
कांग्रेस पहले भी कर चुकी है ऐसा कारनामा
यह पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस के विज्ञापनों में इस
तरह के आरोप लग रहे हों। पिछले साल भी कांग्रेस का
एक ऐसा ही विज्ञापन सामने आया था। उस समय कांग्रेस
ने अपने विज्ञापन में एक तस्वीर के जरिए गुजरात में
कुपोषण को दिखाया था, जबकि वह तस्वीर श्रीलंका की थी।
http://narendramodibjppm.blogspot.in/2014/01/blog-post_6477.html