( बिहार में शिक्षक नियुक्ति से सम्बंधित सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला ब्लॉग )
खंड - खंड हुआ भारत देश, अब इसकी अखंडता चाहिए,जात-पात, धर्म के नाम पे, अब हमें भेदभाव नहीं चाहिए..अब सरफरोसी की तमन्ना, फिर से सर पे कफ़न चाहिए,अब देश में बदलाव के लिए, हमें सिर्फ इन्कलाब चाहिए..हर घर-घर फिरे हमारा तिरंगा, हमें ऐसा बदलाव चाहिए,बच्चें-बच्चें के मुख से गूंजे वन्देमातरम्, ऐसा युग चाहिए..दीन, दुखिया, दलित जन को, अब राहत के प्रस्ताव चाहिए,भारत को आज फिर एक बार, अपनों से अपनापन चाहिए..दोगली राजनीति, भ्रष्टाचार से, अब हमें छुटकारा चाहिए,दे सुख - चैन, अमन - शान्ति, अब हमें ऐसा सर्जन चाहिए..कहाँ-कहाँ छुपा हैं कालाधन, अब हमें इसका हिसाब चाहिए,नेताओं के अंदर हो देश-प्रेम, ऐसा जज्बा और लगाव चाहिए..भूखे - नंगो को मिले भोजन-कपड़े, अब ऐसा ठहराव चाहिए,बढती महंगाई को रोकने के लिए, अब हमें ठंडी छाँव चाहिए..घर -घर में हो नारी की इज्जत, अब हमें ऐसा संसार चाहिए,माँ भारती की रक्षा के लिए, हमें सुभाष चन्द्र बोस भगतसिंह जैसे लाल चाहिए..
खंड - खंड हुआ भारत देश, अब इसकी अखंडता चाहिए,
ReplyDeleteजात-पात, धर्म के नाम पे, अब हमें भेदभाव नहीं चाहिए..
अब सरफरोसी की तमन्ना, फिर से सर पे कफ़न चाहिए,
अब देश में बदलाव के लिए, हमें सिर्फ इन्कलाब चाहिए..
हर घर-घर फिरे हमारा तिरंगा, हमें ऐसा बदलाव चाहिए,
बच्चें-बच्चें के मुख से गूंजे वन्देमातरम्, ऐसा युग चाहिए..
दीन, दुखिया, दलित जन को, अब राहत के प्रस्ताव चाहिए,
भारत को आज फिर एक बार, अपनों से अपनापन चाहिए..
दोगली राजनीति, भ्रष्टाचार से, अब हमें छुटकारा चाहिए,
दे सुख - चैन, अमन - शान्ति, अब हमें ऐसा सर्जन चाहिए..
कहाँ-कहाँ छुपा हैं कालाधन, अब हमें इसका हिसाब चाहिए,
नेताओं के अंदर हो देश-प्रेम, ऐसा जज्बा और लगाव चाहिए..
भूखे - नंगो को मिले भोजन-कपड़े, अब ऐसा ठहराव चाहिए,
बढती महंगाई को रोकने के लिए, अब हमें ठंडी छाँव चाहिए..
घर -घर में हो नारी की इज्जत, अब हमें ऐसा संसार चाहिए,
माँ भारती की रक्षा के लिए, हमें सुभाष चन्द्र बोस भगतसिंह जैसे लाल चाहिए..